चाहतें मेरी कम है, या चाहना तुम्हे है जुर्म,
इक बार आकर बता दिजीये मुझे।
कब तक जियें, तन्हाई के इन अन्धेरो मे,
इक रौशनी तो दिखा दिजीये मुझे।
बांधे रखूं कब तक, सांसों की लङी को मै,
रुख़सत-ए-वक्त बता दिजीये मुझे।
अपने दिल मे बसाकर, अपना बना लो,
या नज़रो से गिरा दिजीये मुझे।
अपनी कहते हो, ना सुनते हो मेरी कुछ,
बस हकिकत बता दिजीये मुझे।
भटक ना जायें ,जिन्दगी की राहो मे हम,
रास्ता बस वो दिखा दिजीये मुझे।
भर दो खुशियां तुम, जिन्दगी मे मेरी भी,
या खाक मे मिला दिजीये मुझे। { अधीर }
इक बार आकर बता दिजीये मुझे।
कब तक जियें, तन्हाई के इन अन्धेरो मे,
इक रौशनी तो दिखा दिजीये मुझे।
बांधे रखूं कब तक, सांसों की लङी को मै,
रुख़सत-ए-वक्त बता दिजीये मुझे।
अपने दिल मे बसाकर, अपना बना लो,
या नज़रो से गिरा दिजीये मुझे।
अपनी कहते हो, ना सुनते हो मेरी कुछ,
बस हकिकत बता दिजीये मुझे।
भटक ना जायें ,जिन्दगी की राहो मे हम,
रास्ता बस वो दिखा दिजीये मुझे।
भर दो खुशियां तुम, जिन्दगी मे मेरी भी,
या खाक मे मिला दिजीये मुझे। { अधीर }
वाह ... बेहतरीन प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंआभार
eahsaas bahut accha laga , sundar abhivyakti , sundar blog badhai aapko
हटाएं@ shashi Purwar ji...Bahut bahut Aabhar apka
हटाएंSada sis...Abhar apka
हटाएंbadhiya prastuti
जवाब देंहटाएं@ Arun chardra roy ji....bahut bahut abhar apka ...
हटाएंसहज भाषा में भावों से सजी सुन्दर रचना .....बहुत ही अच्छी लगी !
जवाब देंहटाएंTahe dil se sukriya apka ....
हटाएंवर्ष की सांध्यबेला पर सुंदर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंनववर्ष की हार्दिक बधाई।।।
Aabhar,,,,Ankur ji jain
हटाएंकोमल भाव लिए रचना...
जवाब देंहटाएंआपको सहपरिवार नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ...
:-)
Aabhar apka...Aapko aur apke pariwar ki nav varsh ki Hardik subhkamana..
हटाएंkaise Sukriya adaa karu Apka ....Yashoda , di
जवाब देंहटाएंबेहतरीन लफ्जों में बेहतरीन एहसास पिरो दिया है आपने ... भई वाह।
जवाब देंहटाएंबधाई स्वीकारें। :)
Bahur bahut Aabhar apka ...Rohitas ji
हटाएंkamiyo'n ki taraf bhi ishara karenge to mujhe khushi hogi
उम्मीद है मोहतरमा ने अब तक बात समझ ली होगी ....:))
जवाब देंहटाएं@ Harkeerat ji ...aisa kuchh nhi hai ...Abhar apka
हटाएंअपनी कहते हो, ना सुनते हो मेरी कुछ,
जवाब देंहटाएंबस हकिकत बता दिजीये मुझे ...
ये तो अदा है हसीनों की ... लुभाते भी हैं ओर बताते नहीं ...
कमाल के शेर हैं जनाब ...
नया साल मुबारक ...
@ Digmber nasawa ji ....Bahut bahut aabhar apka
हटाएंapko bhi naye saal ki bahut subhkanaye
सुन्दर व् सार्थक प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंनब बर्ष (2013) की हार्दिक शुभकामना.
मंगलमय हो आपको नब बर्ष का त्यौहार
जीवन में आती रहे पल पल नयी बहार
ईश्वर से हम कर रहे हर पल यही पुकार
इश्वर की कृपा रहे भरा रहे घर द्वार.
Aabhar.....Madan mohan ji
हटाएंnav Varsh ki dhero subhkamnaye
वाह ...
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया शेरों से सजी गज़ल...
दाद कबूल करें..
नववर्ष मंगलमय हो.
अनु
Bahut bahut Aabhar ...Apka , Anu ji
जवाब देंहटाएंsukriya.... Rahul ji
जवाब देंहटाएं