ये फितरत नही है हमारी, भुल जाये अपनी चाहत को,
चाहते रहेगे हम तो जिन्दगी भर, ऐ मुझे भुलाने वाले।
लिख दिया है नाम हमने, दिल की गहराइयों मे तेरा,
ना मिटेगा, कर कोशिशें जितनी भी, ऐ मिटाने वाले।
शम्मे वफा जला के रखेंगें, इस दिल मे जिन्दगी भर,
तुम करो नजरअंदाज चाहे मुझे, दिल से भुलाने वाले।
सह-सह के सितम अब, दिल पत्थर सा हो गया है,
दिल तेरा दुखा तो क्या होगा,सोच मुझे सताने वाले।
मान लिया की बहुत बुरे है, आज तेरी नजरों मे हम,
याद करोगे हमें भी, कभी थे कोई, वफा निभाने वाले।
जिन्दगी मे रह रह के, उठेगी टीस तेरे दिल मे भी,
क्या रह पावोगें अकेले, नजरो से मुझे गिरानेवाले।
फिक्र है मुझे, लेकिन अपनी नही, बस केवल तुम्हारी,
कैसे करोगे सफर, तुम एक अकेले, मुझे डुबोने वाले।
सुनो जंगल के सारे दरख्तो, जागते रहो तुम भी अब,
तन्हा कोई डर ना जाये ,पनाह मे तुम्हारी आनेवाले। {अधीर }
बहुत ही बेहतरीन और भावपूर्ण गजल..
जवाब देंहटाएंशानदार...
:-)
bahur bahut Aabhar apka ....@Reena ji
हटाएंफिक्र है मुझे, लेकिन अपनी नही, बस केवल तुम्हारी,
जवाब देंहटाएंकैसे करोगे सफर, तुम एक अकेले, मुझे डुबोने वाले।
वाह !!! बहुत शानदार गजल,,,,बधाई सुरेश जी,,,,
recent post: कैसा,यह गणतंत्र हमारा,
apki sarahana mere liye sobhagya ki baat hai ,
हटाएंshrimaan ji ...Aabhar apka
सुनो जंगल के सारे दरख्तो, जागते रहो तुम भी अब,
जवाब देंहटाएंतन्हा कोई डर ना जाये ,पनाह मे तुम्हारी आनेवाले।
बहुत खूब, लाजवाब ...
dil se sukriya Aapka @ Shivnath kumar ji
हटाएंसभी शेर जबरदस्त ... बहुत ही अच्छा लिखा है आपने
जवाब देंहटाएंआभार
Sada , sis..Thnxx. :-)
हटाएंबहुत खूबसूरत ग़ज़ल....
जवाब देंहटाएंफिक्र है मुझे, लेकिन अपनी नही, बस केवल तुम्हारी,
कैसे करोगे सफर, तुम एक अकेले, मुझे डुबोने वाले।
यही तो दीवानगी है मोहब्बत की...
वाह..
अनु
bahut bahut Aabhar ..Anu ji
जवाब देंहटाएंमान लिया की बहुत बुरे है, आज तेरी नजरों मे हम,
जवाब देंहटाएंयाद करोगे हमें भी, कभी थे कोई, वफा निभाने वाले।
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sach me sundar likhte hain aap ....
Bahut bahut Aabhar... Rahul ji
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